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गौशाला क्या करती है?
गौशाला क्या करती है?
ऐसे केंद्र का काम सिर्फ़ गौमाताओं को भोजन देने से कहीं आगे जाता है। यह प्रेम और देखभाल का एक पूर्णकालिक मिशन है।
- दैनिक भोजन - हर दिन, तीन सौ गौमाताओं को ताज़ा भोजन दिया जाता है - जिसमें हरी घास, सूखा चारा, अनाज और स्वच्छ पेयजल शामिल है। इस सहायता के बिना, कई गौमाताएँ जीवित नहीं रह पातीं।
- बचाव कार्य - प्रशिक्षित टीमें बचाव कॉल का जवाब देने के लिए हमेशा तैयार रहती हैं। चाहे कोई गौवंश किसी दुर्घटना में घायल हो या वध के लिए तैयार हो, उन्हें बचाया जाता है और सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया जाता है। यह कार्य पूज्य जगद्गुरू श्रीशंकराचार्य जी के द्वारा बनाई गयी सेना –“आदित्य वाहिनी’’ के द्वारा सम्पन्न किया जाता है।
- चिकित्सा सेवाएँ - कई गौवंश चोटिल, टूटी हड्डियों या बीमारी के साथ आते हैं। योग्य डॉक्टर नियमित रूप से उनकी जाँच और उपचार करते हैं। कुछ गौमाताओं को दीर्घकालिक देखभाल की आवश्यकता होती है, और उनके ठीक होने तक उन्हें पूरा ध्यान दिया जाता है।
- स्वच्छ आश्रय - प्रत्येक गौमाता को लेटने, घूमने और शांति से रहने के लिए उचित स्थान दिया जाता है। उनके आराम के लिए स्वच्छ परिवेश, छायादार क्षेत्र और सूखे विश्राम स्थल बनाए जाते हैं।
- भावनात्मक उपचार - इंसानों की तरह, गौवंश भी दर्द और भय महसूस करते हैं। ये केंद्र गौवंश को सुरक्षित, तनावमुक्त और प्यार का एहसास दिलाने पर भी ध्यान केंद्रित करते हैं। स्वयंसेवक अक्सर गौवंश के साथ समय बिताते हैं, उनसे बात करते हैं और उनकी देखभाल करते हैं।


